सरकार युवाओं के रोजगार की व्यवस्था करने के लिए लगातार कई प्रयास कर रही है और इसी क्रम से सरकार के द्वारा कई योजना की शुरुआत भी की जा रही हैं। जिसके तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का संचालन किया गया है । इस योजना के माध्यम से नागरिकों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा एवम जो लोग बेरोजगार है उन्हे रोजगार प्रदान किया जाएगा । यह योजना खासतौर पर युवाओं को ट्रेनिंग दे करके उन्हें रोजगार प्रदान करने के लिए तैयार की गई है इस योजना का फायदा कोई भी बेरोजगार युवा उठा सकता है
पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना क्या है?
भारतीय सरकार के द्वारा देश में लगातार बढ़ती हुई बेरोजगारी और अपराध को देखते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना की शुरुआत की गई है। सरकार का मानना है कि इस योजना की वजह से देश के ऐसे लोगो को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा , जो लंबे समय से बेरोजगारी का सामना कर रहे है। इसके लिए सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के कौशल ट्रेनिंग योजना का संचालन किया जा रहा है , ताकि युवाओं को ट्रेनिंग प्रदान की जा सके और उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके।
ऐसा होने से युवाओ को अपने पैरो पर खड़ा होने का मौका मिलेगा ,जिसकी वजह से उनकी आर्थिक अवस्था मे काफी हद तक सुधार आएगा और उनके द्वारा देश के विकास में भी अपना योगदान दिया जाएगा।इस योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग प्राप्त करने के पश्चात युवा अपने काम को करने में पूरी तरह से निपूर्ण हो जाते है। और इसके पश्चात उन्हें नौकरी उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाता है ।इसके साथ ही गवर्नमेंट के द्वारा युवाओं को एक सर्टिफिकेट भी जारी किया जाता है इस सर्टिफिकेट का इस्तेमाल युवा नोकरी प्राप्त करने में कर सकते है और अपनी बेरोजगारी को दूर कर सकते है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय कौशल्य योजना का उद्देश्य
इस योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा ऐसे युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी , जो कम पढ़े लिखे है या फिर अनपढ़ है अथवा बेरोजगारी का सामना कर रहे है क्योंकि जब युवाओं को ट्रेनिंग प्राप्त होगी तब वह अपने पैरो पर खड़े हो सकेंगे और बेरोजगारी को दूर करके अपने आर्थिक अवस्था को मजबूत बना सकेंगे। खासतौर पर हमारे भारत देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए यह योजना बहुत ही लाभदायक साबित होने वाली है। इस योजना से देश में कौशल प्राप्त लोगो की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जायेगी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के लाभ एवम विशेषताएं
1. इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाको मे रहने वाले बेरोजगार युवाओं को अलग - अलग प्रकार के कामों की ट्रेनिंग उपलब्ध करवाई जाएगी।
2. ट्रेनिग प्राप्त करने के पश्चात और ट्रेनिंग खत्म करने के बाद युवाओं को सरकार के द्वारा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा जो की पूरे भारत देश में मान्य होगा।
3. प्राप्त हुए सर्टिफिकेट का इस्तेमाल युवा नौकरी हेतु आवेदन करने के दरमियान कर सकेंगे।
4. योजना का फायदा अधिक से अधिक देश में रहने वाले युवा उठा सके , इसके लिए सरकार के द्वारा अलग - अलग राज्यों में ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाएंगे ।
5. पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत 200 से भी अधिक अलग - अलग कामों को शामिल किया गया है जिसमे युवा अपने इंटरेस्ट के हिसाब से ट्रेनिंग ले सकेंगे और निपूर्ण हो सकेंगे ।
6. इस योजना के तहत ट्रेनिंग प्राप्त करने के पश्चात लोगो को नौकरी भी प्राप्त हो सकेगी जिससे बेरोजगारी की दर में भी कमी आएगी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना में पात्रता
1. इस योजना में 18 से 25 साल की उम्र के युवा आवेदन कर सकेंगे ।
2. इस योजना के लिए सिर्फ भारतीय ही आवेदन कर सकते हैं।
3. इस योजना का लाभ सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को मिलेगा।
दस्तावेज
1. आधार कार्ड
2. वोटर आईडी कार्ड
3. आयु प्रमाण पत्र
4. आय प्रमाण पत्र
5. स्थाई निवासी प्रमाण पत्र
6. पासपोर्ट साइज फोटो
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
सबसे पहले आवेदक को योजना की ऑफिशियल वेबसाइट http://ddugky.gov.in/hi पर जाना है यहां पर आवेदन करने का विकल्प दिखाई देगा वहां अपना रजिस्ट्रेशन करें अभी अपनी जानकारी अपडेट करें अपने दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म को सबमिट करे इस प्रकार से आप उपरोक्त प्रक्रिया को फॉलो करके दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कोशल्य योजना में आवेदन कर सकेंगे। इसके पश्चात की सभी कार्यवाही आपको अपने फोन नम्बर पर एसएमएस के माध्यम से मिलती रहेगी।
